Fastag kya hota hai | फास्टैग कैसे काम करता है 2024

Fastag kya hota hai तथा यह कैसे काम करता है फास्ट टैग रोड पर चलने वले वाहन का रोड टैक्स होता है जिसे हम टोल टैक्स भी कहते है. फास्ट टैग कितने प्रकार के होते हैं तथा यह अलग-अलग प्रकार की वाहन के लिए अलग-अलग कैसे होते हैं जैसे पर्सनल वाहन के लिए अलग होता है और सरकारी वाहन के लिए अलग होता है ट्रक या जेसीबी जैसे वाहन के लिए अलग होता है तो आइए जानते हैं कि फर्स्ट टैग किस प्रकार के होते है तथा यह कैसे काम करता है और किस प्रकार से फर्स्ट टैग के जरिए हमारे बैंक से पैसे काटते हैं.

परिवहन विभाग ने 16 फरवरी 2024 से फास्ट टैग को कंपलसरी कर दिया है यह सभी प्रकार के वाहन के लिए लगाना विभाग ने अनिवार्य कर दिया है, इसी कारण फास्ट टैग कार्ड के 2 करोड यूजर हो गए हैं और इन्हें के चलते भारत सरकार टोल नाकों से 80 करोड़ का रेवेन्यू हर रोज जनरेट होता है.

Fastag kya hota hai
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Fastag kya hota hai – फास्टैग क्या होता है?

फास्ट टैग एक प्रकार से कार्ड होता है जैसे हमारे एटीएम कार्ड होता है अथवा दिल्ली मेट्रो कार्ड होता है जैसे कि हम मेट्रो ट्रेन में रोज ट्रैवल करते हैं तो हमें स्मार्ट कार्ड बनवाना होता है ऐसे ही ये फास्टैग होता है जिसमे हमें रिचार्ज करवाना होता है अथवा बैंक से लिंक करना होता है जिससे हमारे टोल का टैक्स काट सके। फास्टैग कार्ड के अंदर कम से कम ₹100 तथा अधिक से अधिक ₹100000 तक हम इसमें रख सकते हैं

फास्ट टैग RFID (रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन) टेक्नोलॉजी पर काम करता है यह दो प्रकार के होते हैं एक तो टोल प्लाजा के ऊपर लगता है, जिसे एक्टिव कहते है तथा दूसरा हमारी गाड़ी के ऊपर लगता है. जिसे पैसिव कहते है एक्टिव में बैटरी चार्ज करना होता है तथा पैसिव में रिचार्ज करना होता है. फर्स्ट टैग कार्ड हमारी गाड़ी के ऊपर लगा होता है जिससे गाड़ी ब्रेकर पर जाकर थोड़ी धीरे होती है उसी समय हमारे फर्स्ट टैग कार्ड के जरिए हमारे कार्ड से पेमेंट कट जाता है अथवा टोल प्लाजा टैक्स कट जाता है और टोल प्लाजा की फाटक खुल जाती है और हम आगे बढ़ जाते हैं फास्ट टैग में हमारी गाड़ी अथवा हमारी गाड़ी के पीछे वाली गाड़ी के बीच में 4 मीटर का फासला रहना चाहिए

फास्टैग के लाभ और हानि – Fastag kya hota hai?

लाभहानि
हमारे समय की बचत होती है अन्यथा टोल प्लाजा पर मैन वाले पेमेंट देने और लेने में हमारा काफी समय कर खर्च हो जाता था, और रफी की भी लाइन लग जाती थीफास्टैग मशीन है जिसमें कभी-कभी टेक्निकल प्रॉब्लम आ जाती है जिससे हमें मैनुअल पेमेंट देना होता है या फीर निकलने के लिए हमें मार्ग बदलना होता है
पहले मैनुअली पेमेंट देने में हमारी गाड़ी का इंजन चालू रहता था जिससे हमारा पेट्रोल और डीजल चलता था, और पोलूशन भी कम होता है क्योंकि गाड़ी ज्यादा समय तक वहां पर रूकती नहीं हैयदि आपकी गाड़ी फास्ट टैग लाइन में घुस गई हैं और आपने अभी तक फास्ट टैग नहीं लगाया है तो आपको डबल चार्ज देना होता है डबल चार्ज इसलिए देना होता है क्योंकि फिर इस नियम का कोई उल्लंघन ना कर सके.
आपके बैंक से अथवा आपके फास्टैग कार्ड से जितना पेमेंट करेगा उसका आपके पास एक मैसेज आ जाएगा। यदि आपकी गाड़ी चोरी होती है तो टोल प्लाजा क्रॉस करने पर आपके पास मैसेज आ जाएगा कि आप की गाड़ी किस टोल प्लाजा से क्रॉस हुई है.फास्ट टैग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन है जिसमें कोई कंप्रोमाइज नहीं होता है
फास्ट टैग की वजह से हिसाब किताब पर रखना आसान हो जाता है इससे करप्शन करने में सरकार को अलग से एंप्लॉयमेंट बैठाने की आवश्यकता नहीं होती हैटोल प्लाजा पर लोकल लोगों को प्रॉब्लम होती है जैसे कि जिन लोगों का घर और काम दोनों ही टोल के एक 2 या 3 किलोमीटर के नजदीक हैं और उनको बार-बार आना जाना होता है हालांकि सरकार ने इन लोगों के लिए अलग से टोल प्लाजा रखा है जिससे उनको आने जाने में दिक्कत न हो सके लेकिन उनको यह रजिस्टर करवाना होता है कि वह टोल प्लाजा के पास है और उनका आना-जाना होता रहता है
टोल प्लाजा पर कभी लूटपाट नहीं होगी ,पहले के समय में टोल प्लाजा पर दिनभर का टोल टैक्स जमा हो जाता था जिससे लूटपाट ज्यादा हो रही थी लेकिन अब इनसे छुटकारा मिल जाएगा। और कई लोग टोल प्लाजा पर दादागिरी की वजह से पैसे नहीं देते थे लेकिन अब उनके फास्टैग कार्ड से ऑटोमेटिक पेमेंट कट जाएगाक्लोन फास्टैग अर्थात हमारे फास्टैग को कोई और कॉपी करके अपनी गाड़ी पर लगा देगा तो उनका पैसा हमारे फास्टैग कार्ड से कटेगा अथवा हमारे बैंक से कटेगा
यदि सरकार (पुलिस)किसी व्यक्ति को ट्रैक करना चाहे तो वह आसानी से कर सकती है कि यह व्यक्ति किस टोल प्लाजा को पास करके आगे निकला है तो इसमें हमारी प्राइवेसी का भी झोल रहता है
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फास्टैग कार्ड के प्रकार – Fastag kya hota hai?

फास्टैग कार्ड सात प्रकार का होता है जिसके अलग-अलग कलर होते हैं तो आइए समझते हैं –

  1. प्राइवेट वाहन अथवा पर्सनल वाहन जिसका एक फास्टैग होता है जो वायलेट कलर का होता है.
  2. पिकअप गाड़ी जिसका कुछ छोटा मोटा काम होता है उनका ऑरेंज कलर का कार्ड होता है.
  3. यदि आपकी गाड़ी 2xl की है तो आपको ग्रीन कलर का फर्स्ट एक कार्ड मिलेगा
  4. यदि आपकी गाड़ी 4-5-6 xl की है तो आपको पिंक कलर का फर्स्ट एक कार्ड मिलेगा.
  5. 3 xl की है तो आपको येल्लो कलर का फर्स्ट एक कार्ड मिलेगा
  6. 7 xl से ज्यादा है तो आपको स्काईब्लू कलर का फर्स्ट एक कार्ड मिलेगा
  7. JCB जैसे कोई मशीनरी है तो उनके लिए ब्लैक कलर का फास्टैग कार्ड दिया जाएगा।

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